एक जुगनू उड़ता हुआ जा रहा था ! रास्ते में उसे एक घमंडी बन्दर मिला ! दोनों ने एक दूसरे की कुशलता जानी ! बन्दर…
View More ” जुगनू ने सारे बंदरों को हरा दिया “Category: Uncategorized
” मनुष्य जीवन का सच्चा उद्देश्य क्या है ? “
धर्म और अध्यात्म की दुनिया में यह सवाल बहुत पूँछा जाता है कि मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य क्या है ? अब इसका उत्तर…
View More ” मनुष्य जीवन का सच्चा उद्देश्य क्या है ? “” महिलाओं के लिए उनके अपने पति और बच्चों से प्रिय कुछ भी नहीं “
बीजबर्ग जर्मनी का एक शहर है, जहाँ एक किले के ऊपर एक पुरानी मीनार है, जिसका नाम ‘ महिलाओं का विश्वास ‘ ( द फेथ…
View More ” महिलाओं के लिए उनके अपने पति और बच्चों से प्रिय कुछ भी नहीं “” संस्कारयुक्त बेटी, संस्कार शून्य पुत्रों से उत्तम है “
एक बार सन्त रामचंद्र के पास एक भक्त आया और बोला, ‘ महाराज, मेरे परिवार में पर्याप्त सुख है ! अपार धन संपत्ति है !…
View More ” संस्कारयुक्त बेटी, संस्कार शून्य पुत्रों से उत्तम है “” जीभ के अनूठे महत्व “
सिद्ध सन्त उड़िया बाबा नरौरा के पास गंगा तट पर एक कुटिया में रहकर ईश्वर की साधना किया करते थे ! एक दिन स्वामी अखंडानंद…
View More ” जीभ के अनूठे महत्व “” परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप को ढाल लेना चाहिए “
एक व्यक्ति, महात्मा जी के पास आया और उसे अपना शिष्य बनाने की प्रार्थना की ! महात्मा जी ने उस व्यक्ति को एक गाय दी…
View More ” परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप को ढाल लेना चाहिए “” अनुसूचित मोर्चा गोरखपुर जिला व महानगर की संयुक्त बैठक आगामी कार्ययोजना के संदर्भ में संपन्न हुई “
भाजपा अनुसूचित मोर्चा गोरखपुर की बैठक बेनीगंज कार्यालय पर महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई तथा संचालन जिलाध्यक्ष हरिकेश पासवान ने किया।…
View More ” अनुसूचित मोर्चा गोरखपुर जिला व महानगर की संयुक्त बैठक आगामी कार्ययोजना के संदर्भ में संपन्न हुई “” संतोषी सदा सुखी “
रामनाथ नगर के बाहर एक कुटिया में अपनी पत्नी के साथ रहते थे ! एक दिन जब वे विद्यार्थियों को पढ़ाने जा रहे थे !…
View More ” संतोषी सदा सुखी “” हमारे धार्मिक स्थल और हमारी संस्कृति “
पर्यटन चाहे धार्मिक स्थलों का हो या प्राकृतिक संपदाओं का हो ! इससे न केवल स्थानीय संस्कृति को जानने का मौका मिलता है , बल्कि…
View More ” हमारे धार्मिक स्थल और हमारी संस्कृति “” अयोध्या पहुंचकर प्रगाढ़ आत्मिक शान्ति मिलती है “
प्रकृति अपना अलौकिक सौंदर्य चारों तरफ फैला दे , फिर भी कुछ लोग खुश न हों तो प्रकृति क्या करे ? अयोध्या में संपूर्ण देवलोक…
View More ” अयोध्या पहुंचकर प्रगाढ़ आत्मिक शान्ति मिलती है “