श्री राम के राज की विशेषताओं की बड़ी लंबी सूची है ! इन विशेषताओं के आरंभ में गोस्वामी तुलसीदास जी ने लिखा है कि ”…
View More ” भगवान् श्री राम से सच्चे नेतृत्व के गुण सीखे जा सकते हैं “Category: Uncategorized
” परिवार में हर काम सोच– विचार कर करना चाहिए “
परिवार बनाने के लिए साधन चाहिए ! परिवार चलाने के लिए सोच चाहिए और परिवार बचाने के लिए विचार चाहिए ! हमारे बड़े– बूढ़े कहा…
View More ” परिवार में हर काम सोच– विचार कर करना चाहिए “” दादी माँ “
एक दादी माँ 10 साल से अकेली रह रही हैं ! लेकिन मन में अकेलापन कभी नहीं बसाया ! सुबह से शाम तक अपने को…
View More ” दादी माँ “” राम मन्दिर पर गलत जानकारी देने वालों पर कार्यवाही होगी “
राम मन्दिर को लेकर गलत जानकारी देने वालों पर कार्यवाही होगी ! केंद्र सरकार ने मीडिया एवं सोशल प्लेटफार्म को एडवायजरी जारी करते हुए सावधानी…
View More ” राम मन्दिर पर गलत जानकारी देने वालों पर कार्यवाही होगी “” सभी भारतीय का मन प्रायः अनुशासन प्रिय है “
दुनिया का सबसे बड़ा न्यायाधीश तो है, लेकिन वह दिखता नहीं है ! उसका न्यायालय अदृश्य है , पर बहुत जीवंत है ! वहाँ न…
View More ” सभी भारतीय का मन प्रायः अनुशासन प्रिय है “” मनुष्य को निरर्थक प्रवृत्तियों को खत्म करना चाहिए “
व्यक्ति दो तरह से प्रवृत्त होता है, सार्थक और निरर्थक ! यदि व्यक्ति अपनी सारी प्रवृत्तियों का सूक्ष्म निरीक्षण करे तो उसे यह समझ में…
View More ” मनुष्य को निरर्थक प्रवृत्तियों को खत्म करना चाहिए “” अपने भीतर भी एक अयोध्या स्थापित कर लेनी चाहिए “
देखा जाए तो 22 जनवरी को रामलला की आठवीं प्राण प्रतिष्ठा होगी ! नौवीं हमें अपने भीतर करनी है ! पहली प्राण– प्रतिष्ठा मनु– शतरूपा…
View More ” अपने भीतर भी एक अयोध्या स्थापित कर लेनी चाहिए “” हुनर अमूल्य होता है “
एक उद्योगपति का बहुत बड़ा करोबार था ! उसकी फैक्ट्री में बड़ी– बड़ी मशीनें थी ! रोज़ का करोड़ों का कारोबार होता था ! एक…
View More ” हुनर अमूल्य होता है “किशोरी देवी मेमोरियल सोसायटी द्वारा किया गया कम्बल वितरण
सोनभद्र। कहते हैं परोपकार से बड़ा कोई धन नहीं होता और परोपकारी से बड़ा कोई धनवान नहीं ,उस 75 वर्षीय महिला के चेहरे पर संतोष…
View More किशोरी देवी मेमोरियल सोसायटी द्वारा किया गया कम्बल वितरण” अपने आत्मस्वरूप की खोज करते रहना चाहिए “
गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में कुछ प्रसंग बड़े विशेष रूप से लिखे हैं ! वह केवल दृश्यों और पात्रों का ही वर्णन भर नहीं…
View More ” अपने आत्मस्वरूप की खोज करते रहना चाहिए “