राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा ! बिखु खावै ,बिखु बोले, बिनु नावै, निहफल मति भ्रमना ! पुसतक पाठ व्याकरण बखानै, संधियाँ करम निकाल करै …
View More ” राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा ” !Category: Uncategorized
” छूना है आसमान को “
ज़मीन पर पैर रखकर, जाना है बुलंदियों पे , नींव ज़मी से बनाकर , उड़ना है आसमान में ! जुनून के पंख और, जज़्बे की…
View More ” छूना है आसमान को “” रास्ते की बाधा “
एक राजा ने अपने सैनिकों को सड़क के बीच में एक बड़ा पत्थर रखने के लिए कहा ! बड़े पत्थर को बीच सड़क में रखवाकर…
View More ” रास्ते की बाधा “” दिन पर दिन चले गए “
दिन पर दिन चले गए पथ के किनारे ! गीतों पर गीत अरे रहता पसारे !! बीतती नहीं बेला सुर मैं उठाता ! जोड़–जोड़ सपनों …
View More ” दिन पर दिन चले गए “” मैं बंदूकें बो रहा हूँ ” —- शहीद भगत सिंह के बचपन से जुड़ा प्रेरक प्रसंग !
कहा जाता है कि ‘ पूत के पाँव पालने में ही दिखाई पड़ जाते हैं ! पाँच वर्ष की बाल अवस्था में ही भगत सिंह…
View More ” मैं बंदूकें बो रहा हूँ ” —- शहीद भगत सिंह के बचपन से जुड़ा प्रेरक प्रसंग !” जैसी करनी वैसी भरनी “
एक जंगल में ऊँट और सियार रहते थे ! उस जंगल के पास ही खरबूजे का खेत था लेकिन खेत और जंगल के बीच में…
View More ” जैसी करनी वैसी भरनी “” अग्निपथ “
वृक्ष हों भले खड़े, हों घने, हों बड़े , एक पत्र छाँह भी, माँग मत, माँग मत, अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ ! तू न थकेगा…
View More ” अग्निपथ “” अहंकार ने हमेशा परेशानी के सिवा कुछ नहीं दिया “
बहुत समय पहले की बात है ! एक गाँव में एक मूर्तिकार ( मूर्ति बनाने वाला रहता था ! वह ऐसी मूर्तियाँ बनाता था कि…
View More ” अहंकार ने हमेशा परेशानी के सिवा कुछ नहीं दिया “जीईई मेंस में 99.76 पर्सेंटाइल लाकर छात्र उत्कर्ष शुक्ला ने बढ़ाया एबीपीएस का मान
जीईई मेंस में 99.76 पर्सेंटाइल लाकर छात्र उत्कर्ष शुक्ला ने बढ़ाया एबीपीएस का मान रेणुकूट (सोनभद्र) गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व बेहतर नतीजें हमेशा से आदित्य…
View More जीईई मेंस में 99.76 पर्सेंटाइल लाकर छात्र उत्कर्ष शुक्ला ने बढ़ाया एबीपीएस का मान” श्री अरविंद घोष के सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार “
1—— हमारा वास्तविक शत्रु कोई बाहरी ताकत नहीं है, बल्कि हमारी ख़ुद की कमजोरियों का रोना, हमारी कायरता, हमारा स्वार्थ, हमारा पाखंड, हमारा पूर्वाग्रह है…
View More ” श्री अरविंद घोष के सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार “