एक राजा ने अपने सैनिकों को सड़क के बीच में एक बड़ा पत्थर रखने के लिए कहा ! बड़े पत्थर को बीच सड़क में रखवाकर राजा ने अपने सैनिकों से छुपकर उस बड़े पत्थर पर नज़र रखने के लिए कहा कि देखना उस बड़े पत्थर को रास्ते से कौन हटाता है !
लोग उस जगह पर आते रहे और जाते रहे लेकिन किसी ने भी उस बड़े पत्थर को रास्ते से हटाने की कोशिश नहीं की ! उस बड़े पत्थर के पास से गुजरने वालों में राजा के कुछ करीबी लोग और शहर के बड़े व्यापारी भी शामिल थे और उनमें से कुछ लोग तो राजा को ही कोसने लगते कि क्या राजा इस बड़े पत्थर को भी रास्ते से नहीं हटवा सकता !
इस सबके बावजूद किसी ने भी उस बड़े पत्थर को रास्ते से हटाने का प्रयास नहीं किया ! ऐसा काफी दिनों तक चलता रहा ! एक दिन एक किसान अपनी सब्जियों के साथ उधर से गुजर रहा था ! उसने बड़े पत्थर को रास्ते में पड़े देखा और सोचा कि सबको इस बड़े पत्थर की वजह से कितनी तकलीफ हो रही होगी ! उसने अपनी मजबूत लाठी से उस बड़े पत्थर को एक तरफ धकेलने की कोशिश शुरू कर दी ! काफी कोशिश के बाद वह उसे सड़क से हटाने में कामयाब हो गया ! बड़ा पत्थर रास्ते से हटाने के बाद किसान अपनी सब्जियों को उठाकर जाने वाला ही था कि अचानक उसकी नज़र एक पोटली पर गयी जो ठीक उसी जगह पर पड़ी थी, जहाँ से उसने बड़ा पत्थर हटाया था ! किसान ने पोटली खोलकर देखा तो उसमें सोने के कई सिक्के थे और उन सिक्कों के साथ राजा का एक संदेश भी था , जिसमें लिखा था कि ये सोने के सिक्के उनके लिए हैं जो इस बड़े पत्थर को रास्ते से हटायेगा !
इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि हम सबकी जिंदगी में इसी तरह से कई परेशानियाँ आ जाती हैं जिनसे कुछ लोग उन परेशानियों से बचकर निकल जाते हैं और कुछ रास्ता ही बदल लेते हैं और कुछ चंद लोग ड टकर सामना करते हैं, उन परेशानियों का हल निकालने की और ऐसे लोग मुश्किलों में संभावनाएं और संभावनाओं में छिपे अवसर खोज ही लेते हैं ! मजबूत इरादे और नेक दिल के साथ की गयी कोशिशों के परिणाम हमेशा अच्छे होते हैं ! इसलिए जीवन की परेशानियों से कभी भी नहीं घबड़ाना चाहिए बल्कि उन परेशानियों का हल निकालते हुए जीवन के सफ़र में आगे बढ़ते रहना चाहिए !
राम कुमार दीक्षित , पत्रकार , पुणे !