बिखु खावै ,बिखु बोले, बिनु नावै, निहफल मति भ्रमना !
पुसतक पाठ व्याकरण बखानै, संधियाँ करम निकाल करै !
बिनु गुरुसबद मुकत्ति कहा प्राणी, राम नाम बिनु अरुझि मरै !!
गुरु नानक जी कहते हैं कि जो राम के नाम का जप नहीं करता है , उसका संसार में आना और मानव शरीर पाना बेकार चला जाता है ! बिना कुछ बोले विष का पान करता है तथा मोहमाया में भटकता हुआ मर जाता है अर्थात राम का गुणगांन न करके माया के जाल में फंसा रहता है ! शास्त्र — पुराण की चर्चा करता है ! सुबह शाम एवं दोपहर तीनों समय संध्या बंदन करता है ! नानक देव जी लोगों से कहते हैं कि गुरु ( भगवान्) का भजन किये बिना व्यक्ति को संसार से मुक्ति नहीं मिल सकती तथा सांसारिक मायाजाल में उलझ कर रह जाना पड़ता है अर्थात नानक देव जी का कहना है कि यह संसार असत्य है ! सत्य केवल परमात्मा है ! इसलिए सभी को परमात्मा का निरंतर स्मरण करते रहना चाहिए !
( संकलित )
राम कुमार दीक्षित , पत्रकार !