” अगर हो सकते हमको ज्ञात “

अगर  हो  सकते  हमको  ज्ञात नियति  के  , प्रिये, रहस्य   अपार, जान  सकते  हम  विधि  का  भेद, विश्व  में  क्यों  चिर   हाहाकार  ! चूर्ण  कर …

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” मेरा गीत दीया बन जाए ” ( कुछ अंश )

अंधियारा  जिससे   शरमाए उजियारा  जिसको  लालचाये ऐसा  दे  दो  दर्द  मुझे  तुम मेरा  गीत  दीया  बन  जाए  !   इतने  छलकों  अश्रु  थके  हर राहगीर …

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” कर्म का फल “

बहेलियां ने तीर छोड़ा, वह लता बल्लरियों की बाधाओं को चीरता, राजकुमार सुकर्णव के मस्तिष्क पर जा लगा। राजकुमार वही धराशाई हो गए। समस्त अंतापुर रो…

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” श्रद्धा और विश्वास “

  एक कथा के अनुसार कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र को विशाल सेनाओं के आवागमन की सुविधा के लिए तैयार किया जा रहा था। उन्होंने हाथियों का…

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