धीरे उठाओ मेरी पालकी मैं हूँ सुहागिन गोपाल की बेला है फूलों के माल की फूलों के माल की ….. धीरे उठाओ मेरी पालकी !…
View More ” मैं हूँ बंसुरिया गोपाल की “Category: Uncategorized
” यकीन चाँद पे सूरज में ऐतबार भी रख “
यकीन चाँद पे सूरज में ऐतबार भी रख मग़र निगाह में थोड़ा सा इंतिजार भी रख ! ख़ुदा के हाथ में मत सौंप सारे …
View More ” यकीन चाँद पे सूरज में ऐतबार भी रख “” मेरी भी आभा है इसमें….. “
नये गगन में नया सूर्य जो चमक रहा है यह विशाल भूखंड आज जो दमक रहा है मेरी भी आभा है इसमें भीनी– भीनी …
View More ” मेरी भी आभा है इसमें….. ““मुस्कुराने के लिए “
मसखरा मशहूर है , आँसू बहाने के लिए , बांटता है वो हंसी , सारे ज़माने के लिए ! घाव सबको मत दिखाओ, लोग छिड़केंगे …
View More “मुस्कुराने के लिए “” छठ पूजा “
सूर्य की पूजा है…….. छठ पूजा , यह आस्था विश्वास का है नाम दूजा ! यह है प्रकृति की पूजा , नदी , चंद्रमा …
View More ” छठ पूजा “” सर्जना के क्षण “
एक क्षण भर और रहने दो मुझे अभि भूत , फिर जहाँ मैंने संजोकर और भी सब रखी हैं ज्योति : शिखायें, वहीं …
View More ” सर्जना के क्षण “” तुम आती हो… “
तुम आती हो नव अंगों का शाश्वत मधु—- विभव लुटाती हो तुम आती हो ! बजते निःस्वर नूपुर छम— छम , साँसों में …
View More ” तुम आती हो… “” भाई दूज “
बिखरी घर— आंगन में खुशियाँ, बहने रोली लेकर आईं ! सजी हुई थाली हाथों में , अधरों पर मुस्काने ! मस्तक चंदन तिलक लगाकर …
View More ” भाई दूज “” गोवर्धन पूजा “
इंद्र को जब भ्रम हुआ अपने पर बड़ा अभिमान हुआ , गोवर्धन पर्वत की पूजा उन्हें तनिक न रास आयी ! भावावेश में मूसलाधार …
View More ” गोवर्धन पूजा ““आई दीवाली है “
लो दिये जलाओ गली– गली आई दीवाली है ! लगती सबको भली— भली आई दीवाली है !! बाज़ार सजी , लक्ष्मी— गणेश — खीलों …
View More “आई दीवाली है “