नहीं फूलते कुसुम मात्र राजाओं के उपवन में अमित बार खिलते वे पुर से दूर कुंज— कानन में ! समझे कौन रहस्य ? प्रकृति का …
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” सितारे “
1—— गुनाह छिपा नहीं रहता ! वह मनुष्य के मुख पर लिखा रहता है ! —– सन्त वाणी 2——– बुखार से ज्यादा एक खराब विचार …
View More ” सितारे “” विनय “
पथ पर मेरा जीवन भर दो, बादल है , अनंत अम्बर के ! बरस सलिल , गति उर्मिल कर दो ! तट हों विटप छाँह …
View More ” विनय “” बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं “
बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं तुझे ऐ ज़िंदगी, हम दूर से पहचान लेते हैं ! तबियत अपनी घबराती है …
View More ” बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं “” अमृत — विचार “
1——– संघर्ष ही मनुष्य को श्रेष्ठ बनाता है ! 2——- सिर्फ उसको अपनी संपत्ति समझो जिसको तुमने अपने परिश्रम से कमाया है ! 3——- लोगों …
View More ” अमृत — विचार “” प्यारा प्यारा मेरा देश “
प्यारा प्यारा मेरा देश , सबसे न्यारा मेरा देश ! दुनिया जिस पर गर्व करे , ऐसा सितारा मेरा देश ! चाँदी सोना मेरा देश …
View More ” प्यारा प्यारा मेरा देश “” फूलों की लड़ी “
1—– ढूंढों तो सुकून ख़ुद में ही है…. दूसरों में तो बस उलझनें ही मिलेंगीं ! 2—– टूटने का अर्थ हमेशा अन्त नहीं होता ,…
View More ” फूलों की लड़ी “” ऊधो ! तुम हौ अति बडभागी “
ऊधो ! तुम हौ अति बड़भागी ! अपरस रहत सनेहतगा तें , नाहीन मन अनुरागी !! पुरइनि पात रहत जल– भीतर ता रस देह ना…
View More ” ऊधो ! तुम हौ अति बडभागी “” समय का महत्व “
*अगर शहद जैसा मीठा* *परिणाम चाहियें तो,* *मधुमक्खियों की तरह,* *एक रहना ज़रूरी है…* *चाहे वो दोस्ती हो..* *परिवार हो….* *अपना भाई-बन्धु हो …*…
View More ” समय का महत्व “” अमृत — विचार “
1—— यात्रा करें और किसी को ना बताएं ! एक साथी खोजें और किसी को ना बताएं ! खुश रहो और किसी को मत बताओ …
View More ” अमृत — विचार “