हमीरपुर। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न व्यवसाय के नव चयनित 1,510 अनुदेशकों के सापेक्ष जनपद से चयनित 18 अनुदेशकों को कलेक्ट्रेट स्थित डॉ एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में जनप्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी घनश्याम मीना की उपस्थिति में नियुक्त पत्र वितरित किए गए।
इस अवसर पर लखनऊ लोक भवन में प्रदेश स्तर पर नव चयनित 1510 अनुदेशकों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए संबोधन को कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित सभी नव चयनित अनुदेशकों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व कर्मचारियों आदि द्वारा सुना गया। इस अवसर पर मा. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 8.50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी तथा 2 करोड़ से अधिक युवाओं को निजी क्षेत्र/ एमएसएमई में रोजगार प्रदान किया गया है। आयोग द्वारा सभी भर्तियां निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से की जा रहीं हैं।
इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी नव चयनित अनुदेशकों को बधाई देते हुए कहा कि व्यवसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग में प्रतिभाशाली अनुदेशकों की भर्ती होने से विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में गति मिलेगी। उन्होंने नव चयनित अनुदेशकों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें आशा है कि आपके कार्य एवं व्यवहार से व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास में परिवर्तन देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि पहली नौकरी अपने आप में अनूठी होती है, जो बहुत बड़े संघर्षों से मिलती है। कोई भी जिम्मेदारी छोटी या बड़ी नहीं होती है, छोटा या बड़ा हमारा दृष्टिकोण होता है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था उस देश के युवाओं के कौशल पर निर्भर करती है। आप सभी लोग पूरी कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने कौशल को प्रदर्शित कर लोगों को लाभांवित करें।आज के दौर में इंटरनेट पर बहुत सारे स्किल्स उपलब्ध हैं, केवल सीखने और करने की जिज्ञासा होनी चाहिए। यहां के बच्चों में सीखने की काफी जिज्ञासा है, उन्हें केवल एक अच्छे मार्गदर्शन की जरूरत है।आप सभी का कर्तव्य होगा कि युवाओं को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान कर उनके भविष्य निर्माण में सहयोग करें।
कार्यक्रम में सांसद प्रतिनिधि अशोक तिवारी, चेयरमैन नगरपालिका परिषद हमीरपुर कुलदीप निषाद, डीडीओ राघवेंद्र सिंह, सूचना अधिकारी सतीश कुमार, आईटीआई के प्राचार्य बृजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी गण आदि मौजूद रहे।