दिल से दिलदारी रख !
चोट न पहुंचे बातों से ,
इतनी समझदारी रख !
पहचान हो तेरी हटकर ,
भीड़ में कलाकारी रख !
पलभर ये जोश जवानी का,
आगे की भी तैयारी रख !
दिल सबसे मिलता नहीं ,
फिर भी जुबान प्यारी रख !!
( संकलित )
—- राम कुमार दीक्षित , पत्रकार !