बारह दिन बीत जाने के बाद भी गंगाघाट पुलिस पीड़िता की नहीं दर्ज की एफआईआर, भूमाफिया एवं गैंगस्टर बीरबल गुजराती के खिलाफ कार्यवाही करने से कतरा रही है पुलिस 

 

 

 

 

 

 

 

उन्नाव। गंगाघाट थाना अंतर्गत वार्ड संख्या नौ से नवनिर्वाचित सभासद साधना निषाद ने बताया कि पुलिस एक पक्षीय कार्यवाही कर रही है। पुलिस अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करवाने का दबाव बना रही है। पीड़िता ने कहा कि बारह दिन बीत चुके हैं अभी तक पुलिस ने मेरी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। मेरी इज्जत से खिलवाड़ करने एवं मेरे साथ मारपीट करने वाले बीरबल गुजराती एवं उसके साथी खुलेआम घूम रहे हैं और मुझे और मेरे परिवार को धमकी दे रहे हैं। पीड़िता ने बताया कि गंगाघाट थानाध्यक्ष, क्षेत्राधिकारी नगर,अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक उन्नाव से मैं अपनी ब्यथा बता चुकी हूं उसके बाद भी अभी तक प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। क्या पुलिस मेरी एवं मेरे परिवार की हत्या करवाने के बाद ही कार्यवाही करेगी?

 

आपकों बताते चलें कि यह घटना गंगाघाट थाना अंतर्गत चार मई निकाय चुनाव के दिन गंगाघाट नगर पालिका के वार्ड संख्या नौ की सभासद प्रत्याशी साधना निषाद पत्नी महेश निषाद जब पोलिंग बूथ से वापस घर जा रही थी तब रास्ते में भूमाफिया, हिस्ट्रीशीटर बीरबल गुजराती ,किशन गुजराती,कोविद परमार पुत्र बीरबल गुजराती भिखारी पुत्र खुमान, सुमित पुत्र भिखारी, जगन्नाथ पुत्र बाबूलाल,नीरज व रवी पुत्रगण जगन्नाथ, राजेश्वरी पत्नी राम कुमार कश्यप, सचिन पुत्र रामकुमार कश्यप, सुरेश पण्डा पुत्र मनोहर,कमल तिवारी, अशोक, राजेश, छोटेलाल सभी निवासी गण मोहल्ला चंपापुरवा थाना गंगाघाट तथा कमलेश प्रधान निवासी लक्ष्मी खेड़ा थाना गंगाघाट जनपद उन्नाव के है।

पीड़िता ने बताया कि उक्त लोगों ने अपने पांच – छः अज्ञात साथियों के साथ पीड़िता को घेर लिया और चुनावी रंजिश के कारण बीरबल गुजराती ने पीड़िता को भद्दी भद्दी गालियां दीं और पीड़िता के बाल पकड़ कर जमीन पर पटक दिया और बेइज़्ज़त करने की नियत से पीड़िता का ब्लाउज फाड़ दिया। पीड़िता के शोर मचाने पर बचाव करने आए रमेश पुत्र सीताराम,धीरज पुत्र लालता प्रसाद को उपरोक्त लोगों ने चापड,लाठी डंडों एवं ईंटों से बुरी तरह से मारा पीटा जिससे इन लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। सिर पर गंभीर चोट होने के कारण रमेश बेहोश होकर वहीं गिर गया। रमेश की हालत नाज़ुक होने के कारण उसे उन्नाव चिकित्सालय से हैलट कानपुर रेफर कर दिया गया है। जहां वह आज भी जीवन और मौत से संघर्ष कर रहा है।

पीड़िता ने बताया कि बीरबल गुजराती एवं उसके साथी शातिर अपराधी है उनके विरुद्ध दर्जनों मुकदमे चल रहे हैं। अभी कुछ समय पूर्व बीरबल गुजराती की सम्पत्ति कुर्क भी की जा चुकी है। बीरबल गुजराती सील की हुई सम्पत्ति में पीछे के रास्ते से दरवाजा तोड़कर आज भी रह रहा है।

बीरबल गुजराती एवं उसके साथियों का आतंक इस कदर लोगों पर हावी है कि इनके विरुद्ध कोई शिक़ायत तक करने को तैयार नहीं है।

पीड़िता पिछले एक सप्ताह से गंगाघाट थाना से लेकर क्षेत्राधिकारी नगर, अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक से फरियाद कर न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन अभी तक प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। जबकि पीड़िता को जान का खतरा बना हुआ है।

जबकि पीड़िता के पति एवं तीन अन्य लोगों के विरुद्ध तुरंत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। पीड़िता का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर बीरबल गुजराती एवं उसके साथियों के विरुद्ध उन्नाव पुलिस मुकदमा क्यों दर्ज नहीं कर रहीं हैं? क्या पुलिस सत्ता के दबाव में आकर मेरे विरुद्ध षड्यंत्र कर मेरी हत्या करवाने का कुचक्र रचने वालों का साथ दे रही है?

पीड़िता साधना निषाद ने कहा कि पुलिस मेरे पति महेश निषाद को जिस तरह से आनन फानन में जेल भेज दिया और मेरा मुकदमा भी दर्ज नहीं किया जा रहा है?

एक सप्ताह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी गंगाघाट पुलिस ने पीड़िता की एफआईआर दर्ज नहीं की। जबकि पीड़िता थाना गंगाघाट से लेकर क्षेत्राधिकारी,अपर पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक की कई बार गणेश परिक्रमा कर चुकी हैं इसके बावजूद आरोपियों पर पुलिस कार्यवाही करने से कतरा रही है।

जबकि बीरबल गुजराती भूमाफिया, गैंगस्टर एवं एससी-एसटी एक्ट सहित कई मुकदमों का आरोपी हैं। इसके बावजूद पुलिस जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रहीं हैं। जबकि पीड़िता के पति सहित चार लोगों पर एफआईआर दर्ज कर तत्काल जेल भेज दिया था।

अब देखना यह है कि क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा या सत्ता के दबाव और पैसे की खनक में रफा दफा कर दिया जाएगा।

पीड़िता साधना निषाद ने कहा कि पुलिस ने अभी तक एक पक्षीय कार्यवाही की है। यदि ऐसा नहीं है तो अभी तक मेरी एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई। जबकि मुझे विपक्षियों के द्वारा बराबर धमकी दी जा रही है।