यह हार एक विराम है जीवन महासंग्राम है तिल– तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं ! वरदान माँगूँगा नहीं !! स्मृति …
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” मेरे प्यार की खुशबू “
मेरे प्यार की खुशबू वसंत के फूलों– सी चारों ओर उठ रही है ! यह पुरानी धुनों की याद दिला रही है ! अचानक मेरे …
View More ” मेरे प्यार की खुशबू “” तुम गए क्या ..”
तुम गए क्या शहर सूना कर गये , दर्द का आकार दूना कर गये ! जानता हूँ फिर सुनाओगे मुझे मौलिक कथाएँ शहर भर …
View More ” तुम गए क्या ..”” ओ गगन के जगमगाते दीप “
दीन जीवन के दुलारे खो गए जो स्वप्न सारे ला सकोगे क्या उन्हें फिर खोज हृदय समीप ! यदि न मेरे स्वप्न पाते क्यों नहीं …
View More ” ओ गगन के जगमगाते दीप “” तुम जो थे.. “
तुम जो थे तो थी धूप , तो थी चांदनी तो था एक नीला आकाश , तो था एक अपार सागर कई खुशियों की बूंदों …
View More ” तुम जो थे.. “” तलाश करो “
अच्छे से अच्छे की तलाश करो , मिल जाए गर नदी तो समुंदर की तलाश करो , टूट जाते हैं शीशे , पत्थरों की चोट …
View More ” तलाश करो “” जीना अपने ही में “
जीना अपने ही में… एक महान कर्म है , जीने का सदुपयोग… यह मनुज धर्म है ! अपने ही में रहना…. एक प्रबुद्ध कला है …
View More ” जीना अपने ही में “” जिंदगानी का कोई मक़सद नहीं है “
जिंदगानी का कोई मक़सद नहीं है , एक भी क़द आज आदमक़द् नहीं है ! राम जाने किस जगह होंगे कबूतर , इस इमारत …
View More ” जिंदगानी का कोई मक़सद नहीं है “” पुष्प की अभिलाषा “
चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूथा जाऊँ , चाह नहीं प्रेमी— माला में बिध प्यारी को ललचाऊँ चाह नहीं सम्राटों के शव पर…
View More ” पुष्प की अभिलाषा “” दिल इस दुनिया में.. “
दिल इस दुनिया में खो गया है क्या , आईना संग हो गया है क्या ! मैं न था बीता हुआ पल था …
View More ” दिल इस दुनिया में.. “