ज्यों निकलकर बादलों की गोद से थी अभी एक बूंद कुछ आगे बढ़ी , सोचने फिर फिर यही जी में लगी , हाय क्यों घर …
View More ” एक बूंद “Category: Uncategorized
” बहुत पहले से… “
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं ! तबियत अपनी …
View More ” बहुत पहले से… “” बुझे दीपक जला लूँ “
सब बुझे दीपक जला लूँ घिर रहा तम आज दीपक रागिनी अपनी जगा लूँ ! क्षितिज कारा तोड़कर अब गा उठी उन्मत आँधी अब घटाओं …
View More ” बुझे दीपक जला लूँ “” दिल के लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं “
दिल के लुट जाने का इज़हार जरूरी तो नहीं ते तमाशा सर ए बाज़ार जरूरी तो नहीं ! मुझे था प्रेम तेरी रूह से …
View More ” दिल के लुट जाने का इज़हार ज़रूरी तो नहीं “” बदली जो उनकी आँखें “
बदली जो उनकी आँखें, इरादा बदल गया , गुल जैसे चमचमाया कि बुलबुल मसल गया ! यह टहनी से हवा की छेड़छाड़ थी , …
View More ” बदली जो उनकी आँखें “” बेशक ज़माना पास था “
खुद से बहुत दूर था , बेशक ज़माना पास था , जीवन में जब तुम थे नहीं ,पल भर नहीं उल्लास था खुद से बहुत …
View More ” बेशक ज़माना पास था “” आँख में नमी सी है “
शाम से आँख में नमी सी है , आज फिर आप की कमी सी है ! दफ़्न कर दो हमें कि साँस मिले ,…
View More ” आँख में नमी सी है “” आईने में खरोंचें “
ख़ुद को अपना क़याफ़ा आये नज़र ! रेत पर मत किसी की वफ़ा को लिखो , आसमां तक कहीं उड़ न जाए ख़बर !…
View More ” आईने में खरोंचें “” बोल समंदर सच्ची सच्ची “
बोल समंदर सच्ची सच्ची , तेरे अंदर क्या ? जैसा पानी बाहर है , वैसा ही है अंदर क्या ! बाबा जो कहते क्या …
View More ” बोल समंदर सच्ची सच्ची “” आ रही रवि की सवारी “
आ रही रवि की सवारी ! नव किरण का रथ सजा है , कलि– कुसुम से पथ सजा है , बादलों से अनुचरों ने स्वर्ण …
View More ” आ रही रवि की सवारी “