लखपति दीदी के लक्ष्यों की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश

लखपति दीदी के लक्ष्यों की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश

समूहों की 18.55 लाख से अधिक दीदियां, लखपति दीदी की श्रेणी मे पहुंची

लखनऊ: 15 सितम्बर, 2025

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है और इस दिशा में सरकार द्वारा अनेकानेक महत्वाकांक्षी योजनाओ का संचालन किया जा रहा है, स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की आमदनी कम से कम एक लाख व इससे अधिक करने की दिशा में लखपति महिला योजना का संचालन राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की मिशन निदेशक श्रीमती दीपा रंजन ने जानकारी देते हुए बताया कि उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन एवं निरंतर समीक्षा के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने गत वर्ष में स्वयं सहायता समूह में जुडी 75 लाख स्वयं सहायता समूह की सदस्यों को ग्रामीण विकास मंत्रालय के लखपति दीदी एप पर आय के स्त्रोतों के सर्वे का कार्य पूर्ण किया गया। इस सर्वे कार्य में पूरे देश में उत्तर प्रदेश अग्रणी रहा ।
महिलाओं की आय वृद्धि उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा बैंक ऋण, प्रशिक्षण, कौशल विकास एवं आजीविका सम्बंधित मूल्य वृद्धि इत्यादि द्वारा करवाया गया है।उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा विभिन्न गतिविधियों जैसेरू- कृषि आजीविका, गैर कृषि आजीविका, टेक होम राशन प्लांट, बैंक सखी, विद्युत सखी आजीविका सखी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, महिलाओं की मूल्य वृद्धि श्रृंखला (वैल्यू चेन डेवलपमेंट) की कंपनियों ,जिनमें दुग्ध विकास से सम्बन्धित ब मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनियों महिलाओं की हस्तशिल्प कंपनियों, एवं महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, पंचायती राज, उद्यान विभाग, कृषि विभाग के साथ अभिसरण के माध्यम से कार्य करते को आजीविका के अवसर एवं स्रोत उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं की आय में सतत् वृद्धि करवाई जा रही है एवं त्वरित गति से लखपति महिला बनने की दिशा की ओर मिशन अग्रसर है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार की लखपति महिला योजना के अंतर्गत पूरे देश में 3 करोड़ स्वयं सहायता समूह सदस्यों को वार्षिक पारिवारिक आय को रु0 1 लाख या अधिक करने का लक्ष्य है। उत्तर प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों की 28.92 लाख सदस्यों को वित्तीय वर्ष 2026-27 तक लखपति महिला बनाने का लक्ष्य है लखपति दीदी के लक्ष्यों को हासिल करने हेतु तेजी से कार्य करने हेतु उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा लगातार विभागीय अधिकारियो को दिशा निर्देश दिये गये, फलस्वरूप उत्तर प्रदेश मे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा इसे अभियान के तौर पर लिया गया और आज समूहों की 18.55 लाख से अधिक दीदियां लखपति दीदी की श्रेणी मे पहुंच गयी हैं, इस योजना के क्रियान्वयन मे उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्यों की श्रेणी मे पहुंच गया है।
लखपति महिला कार्यक्रम के अंतर्गत विगत वर्ष में स्वयं सहायता समूह के 75 लाख स्वयं सहायता समूह सदस्यों के वार्षिक पारिवारिक आय का सर्वेक्षण करवाया गया था। लखपति महिला के लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु आजीविका का सार्वभौमिकरण किया जा रहा है, जिससे स्वयं सहायता समूह के परिवारों के स्तर पर सतत रूप से आजीविका संवर्धन हो सके। इस क्रम में प्रत्येक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को कम से कम दो या अधिक आजीविका के स्त्रोत से जोड़ना, आवश्यक है।
लखपति महिला के लक्ष्य की प्राप्ति को सुनिश्चित करने हेतु समन्वय समिति का गठन किया गया, जिससे अंतर्विभागीय अभिसरण सुनिश्चित किया गया। यह समन्वय समिति केंद्र, राज्य, जनपद एवं विकासखंड स्तर पर गठित की गई है। प्रदेश मे लक्ष्य पूर्ति के लिए 34269 से अधिक लखपति कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन (सी0आर0पी0) को प्रशिक्षण दिया गया। इन सी0आर0पी0 दीदियों द्वारा प्रत्येक लखपति महिला के सापेक्ष आजीविका रजिस्टर बनाने का कार्य किया गया।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार मिशन अंतर्गत प्रदेश में रेशम विभाग, कृषि विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (प्ब्क्ै), पंचायती राज, राजस्व विभाग (आपदा प्रबन्धन) सूक्ष्म लघु एवं मध्यम (डैडम्), पशु पालन, मनरेगा, सहकारिता, डेरी, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, मत्स्य, पर्यटन तथा भूमि संरक्षण आदि विभागों (16 से अधिक) के साथ अभिसरण द्वारा वृहद् रूप से महिलाओं को जोड़ते हुए आजीविका संबर्धन द्वारा महिलाओ को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्यवाही प्रचलित है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *