छींक अक्सर तब आती है, जब हमारी नाक के अन्दर की झिल्ली, किसी बाहरी पदार्थ के घुस जाने से खुजलाती है ! नाक से तुरंत हमारे मस्तिष्क को संदेश पहुंचता है और वह शरीर की माँसपेशियों को आदेश देता है कि इस पदार्थ को बाहर निकालो ! छींक जैसी मामूली प्रक्रिया में पेट, छाती, डायफ्राम्, वाकतंतु, गले के पीछे और यहाँ तक कि आँखों की माँसपेशियां काम करती हैं !
ये सब साथ मिलकर काम करती हैं और पदार्थ बाहर निकाल दिया जाता है ! कभी— कभी एक छींक से काम नहीं चलता तो कई छींके आती हैं ! हाँ, जब हमें जुकाम होता है, तब छींके इसलिए आती हैं कि जुकाम की वजह से हमारी नाक के भीतर की झिल्ली में सूजन आ जाती है !
——- राम कुमार दीक्षित, पत्रकार, पुणे, महारास्ट्र !