ब्रिटिश वैज्ञानिकों के अनुसार कैंसर से बचाव के लिए सोयाबीन प्रभावकारी सिद्ध हुआ है ! लंदन के किंग्स कॉलेज के डॉक्टर वाइजमन के अनुसार पूर्वी देशों के भोजन में चिकने पदार्थों की मात्रा होती है लेकिन उसमें सोया का प्रयोग अधिक होने से कैंसर और हृदय रोग पास नहीं आते !
डॉक्टर वाइजमन के अनुसार सोयाबीन और पूर्व के अन्य खाद्य पदार्थों में जैल सक्रियता अधिक होने के कारण इसमें तैमाक्सीन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जिनका उपयोग वक्ष के कैंसर और अस्थि संबंधी रोगों के उपचार के लिए किया जाता है ! इनका मानना है कि भोजन में सोया पदार्थों की प्रचुर मात्रा के कारण जापान और चीन में कोलोंन और प्रोस्टेट कैंसर के कम मामले देखे गये हैं !
सोया पदार्थों में आइसोलेबोनाइडस तत्त्व भी मौजूद होता है, जो वक्ष में आइस्ट्रोजन कैंसर का एक प्रमुख कारण माना जाता है ! इसलिए हमें अपने भोजन में सोयाबीन का उपयोग अवश्य करना चाहिए !
—————- राम कुमार दीक्षित , पत्रकार , पुणे !