अम्बेडकर साहब को “भारत के संविधान का पिता” के रूप में मान्यता प्राप्त है- रविंद यादव

अम्बेडकर साहब को “भारत के संविधान का पिता” के रूप में मान्यता प्राप्त है- रविंद यादव

सोनभद्र। रविवार को भारतीय बौद्ध महासभा के तत्वाधान में संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की 132वी जयंती समारोह का आयोजन बौद्ध विहार प्रांगण में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय बौद्ध महासभा के पूर्व अध्यक्ष जय नारायण ने किया । मुख्य अतिथि के रूप में नगर पंचायत की निर्वातम अध्यक्ष निशा सिंह बबलू रही । विशिष्ट अतिथि के रूप में आनंद भंते, उपाली भंते, पूर्व जिला पंचायत सदस्य रामविचार गौतम, रमेश सहगल, पूर्व बामसेफ संयोजक रविन्द्र यादव रहे। कार्यक्रम की शुरुआत त्रिशरण पंचशील के तादोपरांत तथागत बुद्ध व बाबा साहब को नमन करते हुए दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि मुख्य ने डॉ. अंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होनें कहा कि समाज को नई दिशा दिखाने और लोगों को उनके मौलिक अधिकारों का बुनियादी ढांचा बनाने में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर का अहम योगदान रहा । महेंद्र बौद्ध ने गोलमेज सम्मेलन, संविधान के आर्टिकल-13, 340, 341, 342 तथा बाबा साहेब ने महिलाओं को क्या-क्या अधिकार दिये एवं बुद्ध धम्म के बारे में विस्तार से अपनी बातों को रखा। रामविचार गौतम ने कहा संविधान पर देश उत्तरोतर कार्य कर अपनी नई पहचान बना रहा है । जरूरत है डॉ. अंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात कर उनके दिखाये हुये रास्ते पर चलने का। सहगल ने अपने उदबोधन में कहा बाबा साहब ने दलित बौद्ध आन्दोलन को प्रेरित किया और दलितों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया तथा महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया। डॉ. भीम राव अंबेडकर साहब स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री व भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। रविंद्र यादव ने अपने विचारो को व्यक्त करते हुए बताया कि डॉ. भीम राव अम्बेडकर साहब को “भारत के संविधान का पिता” के रूप में मान्यता प्राप्त है। मै आज के इस पावन दिवस पर बाबा साहब को शत शत नमन करता हूँ।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में अरूसी बौद्ध ने बाबा साहब की जीवन पर आधारित गीत की प्रस्तुतियाँ दीं जिसे उपस्थित दर्शकों द्वारा सराहा गया। तदोपरांत अमन बौद्ध द्वारा सुंदर ड्रांस कि प्रस्तुति दी
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राजेश, सहेंद्र राम, अनिल गौतम, बेचन राम, कुशल चंद जी, राजेंद्र, रमेश, अमृतलाल कार्यक्रम का संचालन शब्दों के जादूगर बाबूलाल कुशवाहा एवं धन्यवाद ज्ञापन व कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का आभार भारतीय बौद्ध महासभा के अध्यक्ष सूर्यमणि व गोरखनाथ ने किया