लम्पी रोग से प्रभावित जनपदों में निरंतर वैक्सीनेशन कार्य किया जाए और बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाए
लम्पी रोग नियंत्रण हेतु जनपदों को कुल 2718900 खुराक वैक्सीन उपलब्ध कराई गयी
गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाए
गौसंरक्षण कार्यों में कोई लापरवाही एवं उदासीनता न बरती जाए
भुगतान कार्यों में विलम्ब न हो और किसी भी दशा में फर्जी भुगतान न होने पाए
-श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊ: 23 सितम्बर, 2025
उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रदेश में लम्पी रोग की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोग से प्रभावित जनपदों चन्दौली, गोरखपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, मऊ, संतकबीरनगर तथा महराजगंज में निरंतर वैक्सीनेशन कार्य किया जाए और बेहतर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि रोग से प्रभावित पशु जल्दी स्वस्थ हो सके और किसानों एवं पशुपालकों को पशुधन हानि न हो।
श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्वांचल के अन्य जनपदों में लम्पी रोग से प्रभावित गोवंश की कतिपय सूचनाएं प्राप्त हो रही है, वहां विशेष ध्यान दिया जाए। जो जनपद लम्पी रोग से प्रभावित नहीं है वहां से अतिरिक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीमें गोवंश के लम्पी रोग से बचाव एवं सुरक्षा हेतु प्रभावित जनपदों में भेजी जाए। मुख्यालय स्तर से भी टीकाकरण अभियान की निगरानी के लिए जिन नोडल अधिकारियों की डयूटी लगाई गयी है वे प्रतिदिन वैक्सीनेशन कार्यों की समीक्षा करें और उसकी रिपोर्ट शासन को तत्काल उपलब्ध कराए।
बैठक में बताया गया कि मुख्य रूप से प्रभावित जनपदों में सघन टीकाकरण अभियान चलाकर रोग के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण कर लिया गया है। प्रदेश में लम्पी स्किन रोग नियंत्रण हेतु वैक्सीन की 61,80000 खुराक शासन द्वारा उपलब्ध कराई गयी है। लम्पी रोग नियंत्रण हेतु जनपदों को कुल 2718900 खुराक वैक्सीन उपलब्ध करा दी गयी है। मुख्यालय पर 3461100 खुराक वैक्सीन उपलब्ध है।
पशुधन मंत्री ने गौआश्रय स्थलों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि भुगतान कार्यों में विलम्ब न होने पाए और किसी भी दशा में फर्जी भुगतान न होने पाए। गौआश्रय स्थलों में हरा चारा, भूसा, प्रकाश, औषधि, पेयजल एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाए। गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाए। गौसंरक्षण कार्यों में कोई लापरवाही एवं उदासीनता न बरती जाए। पशुधन की समृद्धि के लिए नस्ल सुधार एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित एवं सुनियोजित रूप से संचालित किया जाए।
बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास के प्रमुख सचिव श्री मुकेश मेश्राम ने मंत्री जी को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनसे प्राप्त निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जायेगा। गो आश्रय स्थलांे पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को गो आश्रय स्थलों के नियमित निरीक्षण करने, योजनाओं के भली भाति क्रियान्वयन एवं व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक किसानों एवं पशुपालकों को पहुचाये जाने के निर्देश दिए।
बैठक में पशुधन विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री देवेन्द्र पाण्डेय, पशुपालन विभाग के निदेशक श्री योगेन्द्र पवार, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा0 राजीव सक्सेना, संयुक्त निदेशक डा0 पी0के0 सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।