1—— स्त्री का सप्रेम आग्रह पुरुष से क्या नहीं
करा सकता !!
——– मुंशी प्रेमचंद
2——— समझदारी आने पर यौवन चला जाता है !
———- जयशंकर प्रसाद
3——— जेब में पैसा हो तो आत्मसम्मान की
भावना भी आ जाती है !
———- भीष्म साहनी
4———- हमारे पास दो कान और एक मुँह है
ताकि हम जितना बोलते हैं , उससे दुगुना सुन सकें
———— एपिकटेटस
5——- निंदकों को दंड देनें की जरूरत नहीं , वह
खुद ही दंडित है ! आप चैन से सोइये और वह जलन के कारण सो नहीं पाएंगे !
———— हरिशंकर परसाई
( संकलित )
——– राम कुमार दीक्षित , पत्रकार !