” अमृत — विचार “

1——  यात्रा  करें  और  किसी  को  ना  बताएं  !

एक  साथी  खोजें  और  किसी  को  ना  बताएं  !

खुश  रहो  और  किसी  को  मत  बताओ  !

लोग  खूबसूरत  चीजों  को  बर्बाद  कर  देते  हैं  !

——–   एक  दार्शनिक

2——  आपकी  नियत  से  ईश्वर  प्रसन्न  होते  हैं  ,

और  दिखावे  से   इंसान….  !

——–  स्वामी  विवेकानंद

3———-  मिट्टी  के  बंधन  से  मुक्ति  ,  किसी  भी  पेड़

के  लिए  आज़ादी  नहीं  हो  सकती   !

———-  रवींद्रनाथ टैगोर

4——–  रिश्तों  की  कद्र  करनी हो  तो वक़्त  रहते

कर  लीजिये…. बाद में  सूखे  पेड़  को  पानी  देकर

हरियाली  की  उम्मीद  करना  बेकार  है….!

———-  सूत्रधार

5——-    जब  आपके  साथ  अच्छी  चीजें  घटित  हों

तो  आश्चर्यचकित  होना  बन्द  कीजिये  ,  आप  एक

अच्छे  इंसान  हैं  ,  आप  उसके  लायक  हैं   !

——–   सन्त  वाणी

(  संकलित  )

 

——–  राम  कुमार  दीक्षित  ,  पत्रकार   !

 

 

 

 

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