” कब होता है साल का सबसे छोटा दिन “

साल में 365 दिन होते हैं  ! हालांकि ये दिन एक जैसे नहीं होते  ! कभी दिन छोटे होते हैं तो कभी रात छोटी होती है  ! कभी रात लंबी तो कभी दिन लम्बे होते हैं  ! इसी तरह 21 दिसम्बर को साल का सबसे छोटा दिन होता है  ! क्योंकि इस दिन सूर्य की किरणें पृथ्वी पर कम समय के लिए रहती हैं  ! 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन बताया गया है  ! इस दिन सूर्य की किरणें ज्यादा देर तक रहती हैं  ! 21 जून के दिन भारत के साथ साथ उत्तरी गोलार्ध के देशों में भी सबसे बड़ा दिन होता है  ! ये साल के वो दिन होते हैं, जिसमें दिन और रात की लंबाई में सर्वाधिक अंतर होता है  ! यह एक सामान्य घटना है, जो हर वर्ष होती है  !

शीतकालीन  संक्रांति                                                ——————————-

22 दिसम्बर को सूर्य की किरणें मकर रेखा पर लम्बवत पड़ती हैं, जिसके चलते दक्षिणी गोलार्ध में इस समय ग्रीष्म ऋतू होती है और यहाँ दिन बड़े और रात छोटी होती है  , जबकि इस समय उत्तरी गोलार्ध में सूर्य की किरणें तिरक्षी पड़ती हैं  , जिस वजह से दिन छोटा और रात बड़ी होती है  ! यहाँ पर शीत ऋतु होती है  इसे शीतकालीन संक्रांति भी कहते हैं  ! आस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, चिली, न्यूजीलैंड और दक्षिणी अफ्रीका जैसे देशों में इस समय गर्मियों का समय रहता है, क्यों कि यह दक्षिणी गोलार्ध में पड़ता है  !

ग्रीष्कालीन  संक्रांति                                  ….             —————————

21 जून का दिन सबसे बड़ा होता है पर यह आवश्यक नहीं है कि हर साल ये दिन 21 जून को ही पड़े  ! यह 20 से 22 जून के बीच किसी भी दिन हो सकता है  ! खगोल शास्त्र के अनुसार सूर्य उतरी गोलार्ध से चलकर भारत के बीच से गुजरने वाली कर्क रेखा में आ जाता है  ! इसलिए इस दिन सूर्य की किरणें धरती पर ज्यादा समय के लिए पड़ती हैं  ! इस दिन सूर्य की रोशनी धरती पर करीब 15–16 घण्टे तक पड़ती है जिसके कारण 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होता है  ! कभी– कभी 22 जून को भी सबसे बड़ा दिन होता है   1975 में 22 जून को सबसे बड़ा दिन था  !

 

———– राम कुमार दीक्षित, पत्रकार, पुणे  !