” धक्का “

एक बार की बात है, किसी शहर में एक बहुत अमीर आदमी रहता था  ! उसे एक अजीब शौक था  ! वो अपने घर के अन्दर बने एक बड़े स्वीमिग  पूल में  एक से बढ़कर एक सांप, मगरमच्छ, घड़ियाल आदि पाले हुए था  ! एक बार अमीर आदमी  अपने घर में एक पार्टी देता है जिसमें बहुत से लोग उस पार्टी में  आते हैं  ! खाने पीने के बाद वो सभी मेहमानों को स्विमिंग् पूल के पास ले जाता है और कहता है कि —– दोस्तों, आप इस पूल को देख रहे हैं  ! इसमें एक से बढ़कर एक खतरनाक जीव हैं  ! अगर आप में से कोई इसे तैर कर पार कर ले तो मैं उसे एक करोड़ रुपया  या अपनी बेटी का हाथ दूँगा  !

 

सभी लोग पूल की तरफ देखते हैं पर किसी की भी हिम्मत नहीं होती है कि उसे पार करे —– लेकिन तभी छपाक से आवाज़ होती है और एक लड़का उसमें कूद जाता है और मगरमच्छों, साँपों आदि से बचता हुआ पूल पार कर जाता है  ! सभी लोग उसकी इस बहादुरी को देखकर हैरत में पड़ जाते हैं  ! अमीर आदमी को भी यकीन नहीं होता है कि कोई ऐसा कर सकता है  ! इतने वर्षों में किसी ने पूल पार करना तो दूर, उसका पानी छूने की हिम्मत नहीं की  !  वो उस लड़के को बुलाता है—- लड़के, आज तुमने बहुत ही हिम्मत का काम किया है  ! तुम सच में बहुत बहादुर हो  , बताओ तुम कौन सा इनाम चाहते हो  ?  ” अरे ईनाम विनाम तो मैं लेता रहूँगा  ! पहले ये बताओ कि मुझे धक्का किसने दिया था  , लड़का बोला  !

 

ये एक संदेश देती हुई कहानी है   ! उस लड़के में तैर कर पूल पार करने की योग्यता तो थी, लेकिन वो अपने आप नहीं कूदा  ! जब किसी ने धक्का दिया तो वो कूद गया और पार भी कर गया  ! अगर कोई उसे धक्का नहीं देता तो वो कभी भी कूदने की न सोचता और न पूल पार कर पाता  ! लेकिन अब उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल चुकी थी  ! ऐसे ही हम सबके अन्दर भी टैलेंट छुपे होते हैं  ! जब तक हमारे अन्दर विश्वास और रिस्क उठाने की हिम्मत नहीं होती, तब तक हम जिंदगी की ऐसी चुनौतियों का सामना किये बिना ही हार मान लेते हैं  ! हमें चाहिए कि हम अपनी योग्यता पर विश्वास करें और जिंदगी में मिले अवसरों का लाभ उठाएं  !

राम कुमार दीक्षित  ,  पत्रकार ,  पुणे  !