” झुमका गिरा रे बरेली के बाज़ार में “

हम सभी ने अपने जीवन में कभी न कभी ” झुमका गिरा रे बरेली के बाज़ार में ” यह गाना सुना ही होगा  ! इस गाने को सुनते ही सभी के मन में एक विचार आता होगा कि यह फिल्म और गाना, जिसमें बरेली का ज़िक्र किया जा रहा है, इसी शहर पर आधारित होगी  !  साल 1966 में बनी फिल्म ” मेरा साया ” के इस प्रसिद्ध गाने में अभिनेत्री साधना ने अपनी अदाओं से सभी का दिल जीत लिया था  ! लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि जिस फिल्म का यह गाना है, उस फिल्म में दूर–दूर तक बरेली का कोई ज़िक्र भी नहीं है  !

इतना ही नहीं इस गाने के को बनाने के पीछे की घटना भी बिलकुल असल है, जिसका संबंध बालीवुड  के शहंशाह अमिताभ बच्चन की माँ से है  ! बात उस दौर की है, जब अमिताभ बच्चन के माता– पिता हरिवंश राय बच्चन और तेज़ी बच्चन एक दूसरे के नज़दीक आ रहे थे  ! इस दौरान दोनों एक शादी में शामिल होने के लिए बरेली पहुंचे थे  ! वहाँ पहुँचते ही लोग उनसे कहने लगे कि अब तो आप दोनों ने एक दूसरे से प्यार की बात स्वीकार कर ली है  !

इस दौरान लोगों का इन बातों से ध्यान भटकाने के लिए तेज़ी बच्चन अचानक ही बोल पड़ी कि मेरा झुमका तो बरेली के बाज़ार में गिर गया  ! इस किस्से से राजा मेहंदी अली खान साहब भी वाक़िफ़ थे  ! बस फिर क्या था  ! फिल्म ” मेरा साया  ”  के लिए गाना लिखते वक़्त  उन्हें यह किस्सा याद आ गया और उन्होंने फिल्म के लिए इस गाने को लिख डाला, जो बाद में दुनिया भर में यह गाना काफी मशहूर हो गया  ! कौन जानता था कि बात टालने के लिए इस्तेमाल की गई, एक लाइन, आने वाले समय में हिन्दी सिनेमा का एक प्रसिद्ध गाना बन जायेगा, जिसे आज भी लोग सुनना पसन्द करते हैं  !

राम कुमार दीक्षित, पत्रकार  !