” एकला चलो रे ” का हिन्दी अनुवाद ” ———————————————
तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे ,
फिर चल अकेला, चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे,
ओ तू चल अकेला चल अकेला चल अकेला चल अकेला रे ,
यदि कोई भी ना बोले ओरे ओ रे ओ अभागे, कोई भी ना बोले,
यदि सभी मुख मोड रहे, सब डरा करे ,
तब डरे बिना, ओ तू मुक्तकंठ अपनी बात बोल अकेला रे
ओ तू मुक्तकंठ अपनी बात बोल अकेला रे ,
तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे !
यदि लौट सब चले, ओ रे अभागे लौट सब चले ,
यदि रात गहरी चलती कोई गौर ना करे,
तब पथ के कांटे, ओ तू लहू लोहित चरण तल चल अकेला रे,
तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो चल अकेला रे !
यदि दिया ना जले ओरे ओ रे अभागे दिया ना जले,
यदि बदरी आंधी रात में द्वार सब बंद करे
तब वज्र शिखा से तू हृदय पंजर जला और जल अकेला रे !
तेरी आवाज़ पे कोई ना आये तो फिर चल अकेला रे,
फिर चल अकेला, चल अकेला, चल अकेला, चल अकेला रे !
ओ तू चल अकेला, चल अकेला, चल अकेला, चल अकेला, चल अकेला रे !
———————- रवींद्रनाथ टैगोर
( संकलित )
राम कुमार दीक्षित, पत्रकार !