जगहें खत्म हो जाती हैं जब हमारी वहाँ जाने की इच्छाएं खत्म हो जाती हैं लेकिन जिनकी इच्छाएँ खत्म हो जाती हैं वे ऐसी जगहों …
View More ” जगहें खत्म हो जाती हैं……”Category: Uncategorized
” भाई दूज “
भाई– बहन का प्यार अमर है , सारा जग ये जाने ! देने शत्– शत् बार दुआएं , बहनें रोली लेकर आईं ! जाति–…
View More ” भाई दूज “” भाई दूज “
भाई— बहन का यह त्योहार इसमें छुपा हुआ है प्यार ! इक— दूजे पर करते नाज़ भैया दूज आ गई आज ! …
View More ” भाई दूज “” प्रदीप ” ( कविता के कुछ अंश )
वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल, दूर नहीं है , थककर बैठ गए क्या भाई, मंज़िल दूर नहीं है ! चिनगारी बन गई…
View More ” प्रदीप ” ( कविता के कुछ अंश )” आमंत्रण “
विपदाओं से मुझे बचाओ , यह मेरी प्रार्थना नहीं केवल इतना हो ( करुणामय ) कभी न विपदा में पाऊँ भय ! दुःख– ताप से …
View More ” आमंत्रण “” अनमोल मोती “
1—— स्त्री का सप्रेम आग्रह पुरुष से क्या नहीं करा सकता !! ——– मुंशी प्रेमचंद 2——— समझदारी आने पर यौवन चला जाता है …
View More ” अनमोल मोती “” हो गई है पीर पर्वत– सी पिघलनी चाहिए “
हो गई है पीर पर्वत– सी पिघलनी चाहिए , इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए ! आज यह दीवार , परदों की तरह …
View More ” हो गई है पीर पर्वत– सी पिघलनी चाहिए “” मौन “
बैठ लें कुछ देर, आओ , एक पथ के पथिक– से प्रिय, अंत और अनंत के , तम— गहन— जीवन घेर ! मौन मधु हो …
View More ” मौन “” ऊधौ मन न भयो दस बीस “
ऊधौ मन न भयो दस बीस ! एक हुतो सो गयो श्याम संग, को अवराधै ईस ! इंद्री शिथिल भई केशव बिनु, ज्यौ देही बिनु…
View More ” ऊधौ मन न भयो दस बीस ““स्वप्न हुआ साकार “
स्वप्न हुआ साकार राष्टृ संघ के मंच से हिंदी की जयकार हिंदी की जयकार हिन्दी हिन्दी में बोला देश स्वभाषा प्रेम विश्व अचरज में …
View More “स्वप्न हुआ साकार “