उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को याद किया, पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया
पंडित दीनदयाल उपाध्याय का संपूर्ण जीवन अनुकरणीय-ब्रजेश पाठक
लखनऊ: 25 सितम्बर, 2025
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 109वीं जयंती के अवसर पर के.के.सी. के निकट स्थित दीनदयाल पार्क में पहुँचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को स्मरण करते हुए कहा कि वे अन्त्योदय के विचार के प्रणेता, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के पोषक, प्रखर वक्ता एवं राष्ट्रनायक थे। देश सेवा के प्रति उनका समर्पण और त्याग सदैव अनुकरणीय रहेगा।
श्री पाठक ने कहा कि पंडित जी को बचपन से ही संघर्ष का सामना करना पड़ा, फिर भी वे अध्ययनशील और चिंतनशील प्रवृत्ति के धनी रहे। उनका मानना था कि युवाओं को राजनीति में अधिक से अधिक संख्या में आना चाहिए, क्योंकि राजनीति ही राष्ट्रीय चरित्र निर्माण का सर्वाेत्तम माध्यम है।
उन्होंने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का विश्वास था कि हमारी आर्थिक नीतियाँ हमारी संस्कृति के अनुरूप होनी चाहिए, जिससे हमारी संस्कृति जीवन और अर्थव्यवस्था दोनों का आधार बन सके। उनका मानना था कि देश का वास्तविक विकास अन्त्योदय, अर्थात समाज के अंतिम पायदान पर स्थित व्यक्ति के उत्थान से ही संभव है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पंडित जी का जीवन दर्शन ‘एकात्म मानववाद’ पर आधारित था, जिसकी झलक उनके साहित्य और जीवन दोनों में मिलती है। युवा पीढ़ी उनके जीवन से संघर्ष, सादगी, त्याग, परिश्रम, अध्ययनशीलता, साहित्य, समाज और देश सेवा जैसे अनेक गुण सीख सकती है।
अंत में उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का संपूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत और अनुकरणीय है।