प्रत्येक जिले से एक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) तथा बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया
सभी प्रशिक्षित एईआरओ और बीएलओ अपने जिलों में 30 सितम्बर तक अन्य सभी एईआरओ, बीएलओ और सुपरवाइजर को प्रशिक्षित करेंगे
मतदाताओं को अधिक से अधिक सहूलियतें मिले, विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान उनको कम से कम दिक्कत हो, कम दस्तावेज देना पड़े, इसके लिए अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया
समस्त जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, 403 विधानसभाओं के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) तथा मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रत्येक जिले से एक-एक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) एवं बीएलओ को प्रशिक्षित किया गया
प्रशिक्षण से मतदाता सूची के पुनरीक्षण, शुद्धिकरण व अपडेशन सम्बन्धी कार्यों में आवश्यक सुधार होगा
लखनऊ 16 सितम्बर, 2025
दिनांक 16 सितंबर, 2025 को उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी (उपाम), लखनऊ में मंगलवार को प्रत्येक जिले से एक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) तथा बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया और सभी प्रशिक्षित एईआरओ और बीएलओ अपने जिलों में 30 सितम्बर, 2025 तक जिले के अन्य सभी एईआरओ, बीएलओ और सुपरवाइजर को प्रशिक्षित करेंगे, इसके निर्देश दिए गए है। प्रशिक्षण के दौरान निर्वाचक नामावली के विधिक प्राविधानों, ईआरओ नेट, बीएलओ ऐप, मतदाता ऐप, एनजीएसपी पोर्टल एवं विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रियाओं, भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों व कार्यक्रमों के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके पहले सोमवार को 08 जिला निर्वाचन अधिकारियों और 137 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया। इस प्रकार अब तक दो चरणों में निर्वाचन से जुड़े सभी अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण आगामी विधानसभा निर्वाचन के दृष्टिगत मतदाता सूची के पुनरीक्षण, शुद्धिकरण व अपडेशन तथा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर दिया गया है। प्रदेश के समस्त जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों, 403 विधानसभाओं के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (ईआरओ) तथा मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रत्येक जिले से एक-एक सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) एवं बीएलओ को प्रशिक्षित किया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवदीप रिणवा ने आयोजित प्रशिक्षण सत्र में अधिकारियों को निर्देशित किया कि उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान सभा चुनाव और एसआईआर को लेकर वर्ष 2003 की मतदात सूची का वर्तमान की मतदाता सूची से मिलान किया जाए। दोनों मतदाता सूची आयोग की वेबसाइट में अपलोड कर दी गई है। इससे मतदाता सूची का पुनरीक्षण करना आसान होगा और एक शुद्ध, त्रुटिरहित एवं साफ सुथरी मतदाता सूची तैयार होगी। इस दौरान प्रदेश के सभी 15.42 करोड़ मतदाताओं का गणना प्रपत्र भी भरा जाएगा। मतदाता सूची को शुद्ध और साफ़ सुथरी बनाने के लिए एसआईआर के दौरान मतदाता सूची से सभी अस्पष्ट व आड़ी-तिरछी फोटो, गलत नाम, पता व जन्म तिथि तथा गलत मकान नम्बर को हटाकर सही किया जाएगा। इसके लिए पहले घर-घर सर्वे कर एक ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर पात्र व्यक्ति का नाम निर्वाचक नामावली में दर्ज हो, यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मतदाताओं को अधिक से अधिक सहूलियतें मिले, विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान कैसे मतदाताओं को कम से कम दिक्कत हो, उन्हें कम दस्तावेज देना पड़े, इसके लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त सभी ईआरओ अपने-अपने विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में अधीनस्थ बीएलओ और सुपरवाइजरों को भी प्रशिक्षित करेंगे, ताकि प्रत्येक स्तर पर प्रक्रिया की गुणवत्ता बनी रहे। उन्होंने कम लिंगानुपात वाले मतदेय स्थलों की पहचान कर आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। ऐसे मतदेय स्थलों हेतु कार्ययोजना बनाकर बीएलओ के माध्यम से समूहवार जागरूकता और नामांकन कराया जाए। उन्होंने 18-19 आयु वर्ग के युवाओं को भी निर्वाचक नामावली में शामिल करने पर बल दिया। मतदाताओं की सुविधा हेतु मतदेय स्थलों में नए अनुभागों के गठन के संबंध में परीक्षण कराते हुए नियमानुसार कार्यवाही किए जाने के भी निर्देश दिए।
प्रशिक्षण में अधिकारियों को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम-1960, मैनुअल ऑन इलेक्टोरल रोल-2023 में उल्लिखित विधिक दायित्वों, नियमों, बीएलओ और सुपरवाइजरों के साथ समन्वय बनाने, निर्वाचक नामावली में दावे-आपत्तियों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण, ईआरओ नेट और बीएलओ ऐप के तकनीकी पक्षों तथा फील्ड अनुश्रवण की प्रक्रिया और एनजीएसपी पर आई शिकायतों के निस्तारण की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के संबंध में जानकारी दी गयी तथा आगामी विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में मीडिया एवं सोशल मीडिया की भूमिका से अवगत कराया गया।
आगामी विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के दृष्टिगत वर्ष 2003 की निर्वाचक नामावली को वर्ष 2025 की निर्वाचक नामावली का कैसे मिलान किया जाए, इससे संबंधित प्रक्रिया से अवगत कराया गया। बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना-प्रपत्र वितरित करने, इसे भरने में सहयोग करने, एकत्रित करने एवं मतदाता का सत्यापन कर उसे बीएलओ ऐप पर अपलोड करने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया।
भारत निर्वाचन आयोग के पत्र दिनांक 11 अगस्त 2023 में अपमार्जन सम्बन्धी निर्देशों के क्रम में अपमार्जन की कार्यवाही करने तथा उससे संबंधित सभी अभिलेखों को सुरक्षित रखने के भी निर्देश दिए गए। जनपद में सभी सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों, सुपरवाइजर एवं बूथ लेवल अधिकारियों को भी विधिक प्राविधानों एवं निर्वाचक नामावलियों से संबंधित प्रक्रियाओं के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान करने के निर्देश दिये गये।