उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्र में प्रभार श्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में परिचालकों हेतु एक दिवसीय सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बधिर संस्था के अवसर पर 28 सितम्बर, 2025 को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में परिचालकों के लिये एक दिवसीय मूलभूत सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
भारतीय सांकेतिक भाषा के मूलभूत शब्द समझने पर दिव्यांग जन से भेदभाव रोका जा सकेंगा-श्री दयाशंकर सिंह
परिवहन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश बधिर संस्था के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में परिचालकों के लिये एक दिवसीय मूलभूत सांकेतिक भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परिचालक ही यात्रियों के प्रथम संम्पर्क बिन्दु होते है। यदि वे भारतीय सांकेतिक भाषा के मूलभूत शब्द समझे तो किसी भी प्रकार का भेदभाव रोका जा सकेंगा। इससे सभी यात्रियों के प्रति समावेशी व्यवहार सुनिश्चित होगा। यह कार्यवाही विकलांगजन अधिकार अधिनियम (त्च्ॅक् ।ब्ज् 2016) के प्राविधानों के अनुरूप है। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिचालकों को विकलांगों के संबंध में यह प्रशिक्षण दिया जायेगा कि उन्हें बसों में बैठाते समय किस प्रकार की सांकेतिक भाषा में उनकी बात को समझने एवं विधिक कार्यवाही किये जाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा।