” बिखरे मोती “

1—–   हृदय  ,   की  कोमलता  के   बराबर    कोई

आकर्षण    नहीं    है    !

——-   जेन  आस्टेन

2——–    लड़खड़ाना   अक्सर   गिरना   नहीं

संभलना    भी   होता   है    !

—— सर्वेश्वरदयाल   सक्सेना

3——–    प्रेम  में   उतना   डूबो  जितना  डूबती   है

पानी   में  नाव  की  तली  ,  ऐसे  कि  पानी   में   बनता

रहे   रास्ता  और   चलता  रहे   जीवन   !

———   लवली  गोस्वामी

4——  एक   पुरुष   सौभाग्यशाली  है  यदि  वह   किसी

स्त्री  का   पहला  प्रेम  है  और   एक  स्त्री   सौभाग्यशाली

है  यदि  वह  किसी   पुरुष  का  आखिरी  प्रेम   है   !

——–  चार्ल्स  डिकेंस

5—–हर   दिवस   शाम  में  ढल  जाता   है,

हर    तिमिर   धूप    में    जल     जाता       है  ,

मेरे   मन  !  इस  तरह  न    हिम्मत       हार   ,

वक़्त   कैसा    हो   बदल   जाता    है    !!

———  गोपालदास  नीरज

(  संकलित   )

 

————   राम  कुमार  दीक्षित  ,   पत्रकार   !

 

 

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