थॉमस एडिसन कौन हैं, इसका परिचय देने की आवश्यकता नहीं है ! वह अपने समय के सबसे महान वैज्ञानिक और बल्ब के आविष्कारक भी थे ! अगर हम थॉमस एलवा एडिसन की शिक्षा को देखें तो वह मानसिक रूप से अस्थिर बच्चे थे और इसी वजह से उन्हें स्कूल से बाहर कर दिया गया था ! हालांकि वह एक मेहनती व्यक्ति थे !
थॉमस एडिसन ने कभी भी अपने सपनो को नहीं छोड़ा और संघर्ष करते रहे ! उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उसकी कड़ी मेहनत ने ही उसकी कहानी को दुनिया की सबसे प्रेरक सफलता की कहानियों में से एक बना दिया उनकी माँ भी एक सच्ची योद्धा थी , जिन्होंने ने अपने बेटे थॉमस एडिसन पर अपना पूरा भरोसा कायम रखा और थॉमस को कभी निराश नहीं होने दिया ! थॉमस एडिसन 12 वर्ष की उम्र में फल एवं अखबार बेचा करते थे ! उन्होंने अलग— अलग आविष्कारों पर अपना काम जारी रखा और टेलीग्राफ का आविष्कार करने के बाद उन्होंने न्यूयाॅर्क में एक प्रयोगशाला स्थापित की ! बल्ब का आविष्कार करने से पहले वह हजारों बार असफल हुए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपना संघर्ष जारी रखा और अन्त में थॉमस एडिसन ने बल्ब का आविष्कार किया ! यह है अनवरत संघर्ष का फल ! इससे हमें भी यही सीख मिलती है कि असफलता से कभी भी घबराना नहीं चाहिए और अपना संघर्ष तब तक जारी रखना चाहिए जब तक कि सफलता मिल न जाए !
——— राम कुमार दीक्षित , पत्रकार !