” अमृत — विचार “

1——–   संघर्ष   ही   मनुष्य   को   श्रेष्ठ   बनाता  है  !

2——-   सिर्फ  उसको  अपनी  संपत्ति  समझो  जिसको

तुमने  अपने  परिश्रम  से  कमाया   है   !

3——-  लोगों  की  निंदा  से  घबराकर  अपना  रास्ता

मत  बदलना  ,  क्यों कि  सफलता  शर्म  से  नहीं  साहस

से  मिलती  है  !

4—–  तारीखें  ,  समय  पर  रखी  हुई  उंगलियाँ  हैं  ,

ताकि   हमें  अपनी  चली  हुई  दूरियों  का   हिसाब

करने  में  दिक्कत  न  हो  !

5——   आनंद  वहाँ  नहीं  जहाँ  धन  मिले  ,  आनंद

वहाँ  है  , जहाँ  मन  मिले   !

6——-  किसी  भी  इंसान  को  पढ़ना  हो  तो  वहाँ  से

पढ़ो  ,  जहाँ  पर  वह  खामोश  हो  जाता  है   !

7——-  हंसने  वालों  को  क्या  पता  ,  रोने  वालों  ने

क्या  खोया  है   !

8——   अहंकार  इंसान  और  परमात्मा  के  बीच   में

सबसे  बड़ा  और  सघन  पर्दा  है  !

(  संकलित  )

 

———  राम  कुमार  दीक्षित  ,  पत्रकार   !

 

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