” सार्थकता “

मेरा   जीवन

उद्देश्य  पूर्ण

खुशियों   से  है

आनंद  पूर्ण   !

 

गीत   खुशी   के    गाते  जाओ

सबको  गले  लगाते  जाओ

हर  दिन  की  हो यही   कहानी

आगे   कदम  बढ़ाते  जाओ   !

 

परोपकार  से  भरा  हो  जीवन

अपना  कौन  पराया

सभी  के  मग  में  फूल  बिछा  दो

महके  सबकी  काया   !

 

मन  में   ऐसी  उमँग  भरो

सब   लगेगा अपना अपना

दूसरों  के  दुख  दूर  करो

जीवन  का हो  ये  सपना   !

 

खुश  रहकर  तुम  खुशियाँ  बाँटो

यही  है  असली  जीवन

जो बाँटोगे  वही  मिलेगा

पुलकित  होगा  तन– मन    !

 

—————- राम कुमार  दीक्षित  ,  पत्रकार  !