लखनऊ। अंदपुरदेव बंथरा सरोजनी नगर में वीरांगना अवंती बाई लोधी का शहादत दिवस धूमधाम से मनाया गया।
स्वतंत्रता संग्राम 1857 की आजादी की नायिका शहीद वीरांगना अवंतीबाई लोधी जी के चित्र पर पुष्पांजलि कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका स्मरण किया गया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष कु० राजेन्द्र सिंह नेवीरागंना अवन्ति बाई जी के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया की
1817 से 1851 तक रामगढ़ राज्य के शासक लक्ष्मण सिंह थे। उनके निधन के बाद विक्रमाजीत सिंह ने राजगद्दी संभाली। उनका विवाह बाल्यावस्था में ही मनकेहणी के जमींदार राव जुझार सिंह राजपूत की कन्या अवंतीबाई से हुआ। विक्रमाजीत सिंह बचपन से ही वीतरागी प्रवृत्ति के थे अत: राज्य संचालन का काम उनकी पत्नी रानी अवंतीबाई ही करती रहीं उनके दो पुत्र हुए-अमान सिंह लोधी राजपूत और शेर सिंह लोधी राजपूत। अंग्रेजों ने तब तक भारत के अनेक भागों में अपने पैर जमा लिए थे जिनको उखाड़ने के लिए रानी अवंतीबाई ने क्रांति की शुरुआत की और भारत में पहली महिला क्रांतिकारी रामगढ़ की रानी अवंतीबाई ने अंग्रेजों के विरुद्ध ऐतिहासिक निर्णायक युद्ध किया जो भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है जिससे रामगढ़ की रानी अवंतीबाई उनका नाम पूरे भारत मैं अमरशहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी के नाम से है
कार्यक्रम आयोजन विवेक राजपूत ने किया
सासंद प्रतिनिधि प्रवीण अवस्थी,खुशहाल गंज मण्डल अध्यक्ष शिवबक्स सिंह,सुरेश कुमारी ग्राम प्रधान,ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय लोधी,सर्वेश लोधी, सुरेश सिंह, चंद्रभान सिंह, प्रदेश मंत्री शंकर लाल लोधी, के भाई अभिषेक लोधी, ग्राम प्रधान जयकरण सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य सिया राम लोधी, विनय राजपूत उज्जवल अंबुज मिश्रा उत्कर्ष शुक्ला अमित लोधी सहित तमाम ग्रामवासी मौजूद रहे।