गर्रा व गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंचा
हरदोई।जनपद की गंगा,रामगंगा व गर्रा नदियों के जलस्तर में लगातार बृद्धि जारी है।मंगलवार को नदियों का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया।रामगंगा नदी खतरे के निशान से लगभग 1 मीटर नीचे है जबकि गर्रा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर अधिकतम लेबिल पर पहुंच गया है।गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान पर पहुंचने बाला है।बांधो से मंगलवार को गंगा नदी में 2,33,303 क्यूसेक व गर्रा नदी में 6,494 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की खबर है।यह पानी जनपद में अगले दो दिनों के बाद पहुंचने की संभावना है।
सवायजपुर तहसील क्षेत्र के अरवल व पाली इलाके में बाढ़ की त्रासदी से लोग परेशान हैं।कटियारी इलाके के अर्जुनपुर,बारामऊ,मंसूरापुर,अलीशेर पुरवा,अदनिया,बंजरिया पुरवा,जिंगनी,श्रीमऊ, अँधेया,आशा पुरवा, करनपुर,अरवल,नन्दना,कटरी,ढकपुरा,जगन्नाथ पुरवा, सुदनीपुर,कटरी छोछपुर,चन्द्रमपुर,उमरौली जैतपुर,जवाहर पुरवा,बरगदा पुरवा,शिसैया पुरवा,सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी पहुंचने से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ गयी।यहां नदियों में आयी बाढ़ का पानी तमाम गांवों को जाने बाली प्रमुख सड़को पर बहने से लोगो का आवागमन ठप हो गया है।तथा क्षेत्र के क़ई बेसिक स्कूलों में बाढ़ का पानी भर जाने से शिक्षण व्यवस्था ठप हो गयी है।मंगलवार की सुबह गंगा नदी में हरिद्वार से 82,123 क्यूसेक व नरौरा बांध से 1,51,180 क्यूसेक तथा गर्रा नदी में ड्यूनी डेम से 6,494 क्यूसेक पानी छोड़े की खबर ने नदियों के तटवर्ती गांवों के निवासियों की नींद उड़ा दी है।बाढ़ के चलते हरपालपुर विकास खण्ड के 33 व सांडी विकास खण्ड के 40 बेसिक स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया। जिससे बच्चों की शिक्षण व्यवस्था ठप हो गयी।तथा विद्युत उपकेंद्र पलिया के खद्दीपुर फीडर के 56 व सांडी उपकेंद्र के 15 गांवों की विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गयी है। जिसके चलते लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए ।हालांकि सांडी व हरपालपुर विकास क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लगभग एक सैकड़ा से अधिक गांवों व मजरो की आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बंद किये गए स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को अन्य विद्यालयों में बाढ़ रहने तक सुरक्षित स्कूलों में सम्बद्ध कर दिया गया है।क्षेत्र में बाढ़ ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
*जनपद में नदियों की वर्तमान स्थित*
जनपद की गंगा,रामगंगा व गर्रा नदियों की ताजा स्थिति पर यदि नजर डाली जाए तो मंगलवार को सांडी में गर्रा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर अधिकतम लेविल पर पहुंच गया था जबकि रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे से निशान से लगभग 1 मीटर नीचे था।वहीं गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 16 सेंटीमीटर नीचे था।मंगलवार को राजघाट में गंगा नदी का जलस्तर 126.34 मीटर दर्ज किया गया जबकि यहां चेतावनी विंदु 125.31 मीटर पर है।जबकि रामगंगा नदी का जलस्तर 136.90 मीटर दर्ज किया गया जबकि रामगंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर पर स्थित है।सांडी गर्रा नदी का जलस्तर 130.69 दर्ज किया गया।जबकि चेतावनी बिंदु 129.69 मीटर है।
*बाढ़ की तबाही लील गयी पशुओं का हरा चारा*
हरदोई।क्षेत्र की गंगा,रामगंगा व गर्रा नदियों के जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के मंजर से लोग परेशान है।नदियों के तटवर्ती इलाकों में पशुओं के लिए खड़े हरे चारे को भी बाढ़ निगल गयी।एक तरफ जानवरो को हरे चारे के संकट है वही दूसरी तरफ बाढ़ ग्रस्त इलाके के वह गांव जहाँ सुरक्षा के मद्देनजर विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गयी।वहां लोगो को नदियों की बाढ़ के बीच अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर होना पड़ रहा है।लोग घरों से बाहर नही निकल पा रहे हैं।उनको नाव व ट्रैक्टर आदि से निकलकर रोजमर्रा के सामान लेना पड़ता है।